शिक्षा में संचार तकनीकी व इसका महत्व
Abstract
आज का युग सूचना एंव संचार तकनीकी का युग है। वैज्ञानिक £ोजों तथा आविष्कार ने जीवन के सभी पक्षों को प्रभावित किया है। सूचना एंव संचार तकनीकी से शिक्षा का क्षेत्र भी प्रभावित हुआ है। शिक्षा के क्षेत्र में रेडियो, टेलिविजन, ग्रामोफोन, लिंग्वाफोन, टेप रिकाॅर्डर, डी.वी.डी. प्लेयर, चलचित्र, प्रक्षेपक, शिक्षण मशीन, मोबाईल, स्मार्टफोन, डिजीटल डायरी, पेजर, टैब, कम्प्यूटर, इंटरनेट, शैक्षिक उपग्रह, स्मार्ट क्लास आदि उपकरणो का शिक्षा के क्षेत्र में उपयोग बढा है। शिक्षा व्यवस्था को अधिक सुचारु, सुलभ, आकर्षक, मनोरंजक तथा प्रभावशाली बनाने में इन उपकरणो की विशेष भूमिका है। ज्ञान का निर्माण, संचयन, स्थानांतरण एवं विकास में सूचना एवं संचार तकनीकी के विभिन्न साधनो की उपयोगिता महत्वपूर्ण है तथा शिक्षा को तकनीकी के निकट लाता जा रहा है। शिक्षा शास्त्र का कोई भी अंग, चाहे वह विधियों-प्रविधियों का हो,उद्धेश्यो का हो, शिक्षण प्रक्रिया का हो या फिर शोध का हो, बिना तकनीकी के अपूर्ण रहता है। वस्तुतः सम्पूर्ण विश्व सूचना एवं संचार तकनीकी का आर्थिक एवं सामाजिक समृद्धि के लिए एक प्रभावी साधन के रुप में उपयोग कर रहा है। भारत ने भी इस क्षेत्र को काफी प्रमु£ता दी है और राष्ट्रीय स्तर पर कई निर्णायक कदम उठाए है। भारत के विकास में सूचना एवं संचार तकनीकी का बहुत बडा योगदान है।
How to Cite
भूवेन्द्र सिंह. (1). शिक्षा में संचार तकनीकी व इसका महत्व. ACCENT JOURNAL OF ECONOMICS ECOLOGY & ENGINEERING ISSN: 2456-1037 IF:8.20, ELJIF: 6.194(10/2018), Peer Reviewed and Refereed Journal, UGC APPROVED NO. 48767, 5(2). Retrieved from http://www.ajeee.co.in/index.php/ajeee/article/view/249
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